पंचांग 2 फरवरी 2022
पंचांग 2 फरवरी 2022
सुविचार
अनन्तशास्त्रं बहुलाश्च विद्या अल्पं च कालो बहुविघ्नता च।
असारभूतं तदुपासनीयं हंसो यथा क्षीरमिवाम्बुमध्यात्।।
भावार्थ
शास्त्र अनंत हैं, विद्याएं अनेक हैं, किन्तु मनुष्य का जीवन बहुत छोटा है, उसमें भी अनेक विघ्न हैं। इसलिए जैसे हंस जल में मिले हुए दूध को अलग कर पी लेता है और पानी को छोड़ देता है, उसी तरह काम की बातें ग्रहण कर, बेकार की बातें छोड़ देनी चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।