पंचांग 2 सितम्बर 2020
पंचांग 2 सितम्बर 2020
विशेष – पितृ पक्ष आरम्भ, आज प्रतिपदा श्राद्ध
सुविचार
सहसा विदधीत न क्रियामविवेकः परमापदां पदम्।
वृणते हि विमृश्यकारिणं गुणलुब्धाः स्वयमेव संपदः।।
अर्थात्
हमें अचानक आवेश या जोश में आकर कोई काम नहीं करना चाहिए। क्योंकि विवेकहीनता विपत्तियों का सबसे बड़ा कारण होती है। इसके विपरीत जो व्यक्ति सोच समझकर कार्य करता है, गुणों से आकृष्ट होने वाली मां लक्ष्मी स्वयं ही उसका चुनाव कर लेती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।