पंचांग 20 अगस्त 2021
पंचांग 20 अगस्त 2021
सुविचार
अतिमानो अतिवादश्च तथात्यागोनराधिप।
क्रोधश्च आत्मविधित्सा च मित्रद्रोहश्च तानि षट्।।
एवासयस्तीक्ष्णा: कृन्तन्यायूंषि देहिनाम्।
एतानि मानवान् घ्नन्ति न मृत्युर्भद्रमस्तु ते।।
भावार्थ
अत्यंत अभिमान, अधिक बोलना, त्याग का अभाव, क्रोध, स्वार्थ, मित्रद्रोह – ये छह तीखी तलवारें मनुष्य की आयु को कम करती हैं। ये ही मनुष्यों का वध करती हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।