पंचांग 20 दिसम्बर 2020
पंचांग 20 दिसम्बर 2020
सुविचार
श्रोतं श्रुतनैव न तु कुण्डलेन दानेन पार्णिन तु कंकणेन।
विभाति कायः करुणापराणाम् परोपकारैर्न तु चंदनेन॥
भावार्थ
कान की शोभा कुण्डल से नहीं बल्कि ज्ञानवर्धक वचन सुनने से है, हाथ की शोभा कंकण से नहीं बल्कि दान देने से है और काया (शरीर) चन्दन के लेप से नहीं बल्कि परोपकार करने से दिव्य होती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।