पंचांग 20 नवम्बर 2020
पंचांग 20 नवम्बर 2020
सुविचार
अजरामरवत् प्राज्ञो विद्यामर्थं च चिन्तयेत्।
गृहीत इव केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत्॥
भावार्थ
सूझ बूझ वाला मनुष्य विद्या एवं धन अर्जित करने का विचार यूं करे जैसे कि वह बुढ़ापे और मृत्यु से मुक्त हो। किंतु साथ में धर्माचरण भी यूं करे जैसे कि काल उसके बाल पकड़कर बैठा है और कभी भी उसे इस लोक से उठा सकता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।