पंचांग 22 अक्टूबर 2020
पंचांग 22 अक्टूबर 2020
सुविचार
यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निर्घषणच्छेदन तापताडनैः।
तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्यते त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा॥
भावार्थ :
घिसने, काटने, तापने और पीटने – इन चार प्रकारों से जैसे सोने का परीक्षण होता है, इसी प्रकार त्याग, शील, गुण एवं कर्मों से पुरुष की परीक्षा होती