पंचांग 23 जनवरी 2021
पंचांग 23 जनवरी 2021
सुविचार
यत्र ब्रह्म च क्षत्रं च समयञ्चौ चरत:सह।
तंल्लोकं पुण्यं प्रज्ञेषं यत्र देवा सहाग्निना।।
भावार्थ
अच्छे कार्य करते रहना अति आवश्यक है परन्तु दुष्टों का विनाश भी आवश्यक है। यह ज्ञान एवं आध्यात्मिक जीवन शैली के द्वारा ही हो सकता है। जिस समाज में गुरुओं के ज्ञान, सैनिकों व रक्षकों के पराक्रम का सम्मिलित योगदान हो वह समाज हमेशा अग्रणी रहता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।