पंचांग 24 दिसम्बर 2021
सुविचार
नास्ति विद्यासमो बन्धुर्नास्ति विद्यासमः सुहृत्।।
नास्ति विद्यासमं वित्तं नास्ति विद्यासमं सुखम् ॥
भावार्थ
विद्या जैसा बंधु नहीं है, विद्या जैसा कोई मित्र नहीं है, विद्या के जैसा कोई धन नहीं है और विद्या के जैसा कोई सुख भी नहीं है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।