पंचांग 25 फरवरी 2021
सुविचार
अनादरो विलम्बश्च वै मुख्यम निष्ठुर वचनम।
पश्चतपश्च पञ्चापि दानस्य दूषणानि च।।
भावार्थ
अपमान करके देना, मुंह फेर कर देना, देरी से देना, कठोर वचन बोलकर देना और देने के बाद पश्चाताप करना – ये सभी क्रियाएं दान को दूषित कर देती हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।