पंचांग 26 अगस्त 2021
पंचांग 26 अगस्त 2021
सुविचार
रूपयौवनसंपन्ना विशाल कुलसम्भवाः।
विद्याहीना न शोभन्ते निर्गन्धा इव किंशुकाः॥
भावार्थ
कोई व्यक्ति भले ही रूप और यौवन संपन्न हो या विशाल कुल में ही पैदा क्यों न हुआ हो, पर यदि विद्याहीन है, तो वह सुगंधरहित केसुड़े के फूल की भाँति शोभा नहीं देता।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।