पंचांग 27 जनवरी 2021
सुविचार
कृते प्रतिकृतिं कुर्यात् हिंसेन प्रतिहिंसनम्।
तत्र दोषो न पतति दुष्टे दौष्टयं समाचरेत्।।
भावार्थ
उपकारी के साथ उपकार, हिंसक के साथ प्रतिहिंसा तथा दुष्ट के साथ दुष्टता का ही व्यवहार करना चाहिए। इसमें कोई दोष नहीं है ।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।