पंचांग 28 अप्रैल 2022
पंचांग 28 अप्रैल 2022
सुविचार
प्रथमे नार्जिता विद्या द्वितीये नार्जितं धनम्।
तृतीये नार्जितं पुण्यं चतुर्थे किं करिष्यति॥
भावार्थ
जिसने प्रथम अवस्था (लड़कपन) में विद्या अर्जित नहीं की, दूसरी (युवा) अवस्था में धन नहीं कमाया और तीसरी (प्रौढ़) अवस्था में कोई पुण्य कार्य नहीं किया; वह चौथी अवस्था (बुढ़ापे) में क्या करेगा?
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।