पंचांग 28 जून 2021
पंचांग 28 जून 2021
सुविचार
कामस्यान्तं हि क्षुत्तृड्भ्यां क्रोधस्यैतत्फलोदयात् ।
जनो याति न लोभस्य जित्वाभुक्त्वा दिशो भुवः।।
भावार्थ
लोभ मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। क्रोध अपना काम पूरा करके शान्त हो जाता है, परन्तु यदि मनुष्य पृथ्वी की समस्त दिशाओं को भी जीत ले और भोग ले, तब भी उसके लोभ का अन्त नहीं होता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।