पंचांग 3 अक्टूबर 2020
सुविचार
कर्मणा मनसा वाचा यदभीक्षणं निषेवते।
तदेवापहरत्येनं तस्मात् कल्याणमाचरेत्॥
भावार्थ :
मन, वचन और कर्म से हम लगातार जिस वस्तु के बारे में सोचते हैं, वही हमें अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। अतः हमें सदा शुभ चीजों का चिंतन करना चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।