पंचांग 3 फरवरी 2022
पंचांग 3 फरवरी 2022
सुविचार
पठन्ति चतुरो वेदान् धर्मशास्त्राण्यनेकशः।
आत्मानं नैव जानन्ति दर्वी पाकर सं यथा।।
भावार्थ
जैसे एक करछी पूरी तरह से सब्जी में डूबी होने पर भी, उसका स्वाद नहीं जान पाती; इसी प्रकार एक मूर्ख भी, चाहे वह सभी वेदों और धर्मशास्त्रों को पढ़ ले, किन्तु रहता अन्त तक मूर्ख ही है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।