पंचांग 3 सितम्बर 2021
पंचांग 3 सितम्बर 2021
सुविचार
दु:खैर्न तप्येन्न सुखै: प्रह्रष्येत् समेन वर्तेत सदैव धीर:।
दिष्टं बलीय इति मन्यमानो न संज्वरेन्नापि ह्रष्येत् कथंचित्।।
भावार्थ
व्यक्ति को कठिन समय में दुखी नहीं होना चाहिए। सुख के दिनों में बहुत ज्यादा खुश नहीं होना चाहिए। सुख हो या दुख, हमें हर हाल में समभाव रहना चाहिए। जो लोग इस नीति का पालन करते हैं, उनका जीवन सफल होता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।