पंचांग 31 मार्च 2022

पंचांग 31 मार्च 2022

पंचांग 31 मार्च 2022

सुविचार

स्वभावं जहात्येव साधुरापद्गतोऽपि सन्।                कर्पूरः पावकस्पृष्टः सौरभं लभतेतराम्।।

भावार्थ

सज्जन अपना नैसर्गिक अच्छा स्वभाव किसी बड़ी आपदा में भी उसी प्रकार नहीं छोड़ते, जिस प्रकार आग के संपर्क में आकर भी कपूर अपना मूल स्वभाव (सुगंध) नहीं छोड़ता, बल्कि और भी अधिक सुगंध फैलाता है।

।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।

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