पंचांग 4 अक्टूबर 2021
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पंचांग 4 अक्टूबर 2021
सुविचार
श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि।
संस्कार सौधेन परं पुनीते, शुद्धा हि बुद्धिः किलकामधेनुः।।
भावार्थ
पवित्र और शुद्ध बुद्धि (समझ) कामधेनु के समान है, यह धन–धान्य पैदा करती है; विपत्तियों से बचाती है; यश और कीर्ति रूपी दूध से मलिनता को धो डालती है और निकटतम लोगों को अपने पवित्र संस्कारों से पवित्र करती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।