पंचांग 4 जून 2021
पंचांग 4 जून 2021
सुविचार
उदयति यदि भानु: पश्चिमे दिग्विभागे, विकसति यदि पद्मं पर्वतानां शिखाग्रे।
प्रचलति यदि मेरुः शीततां, याति वह्निर् न भवति पुनरुक्तं भाषितं सज्जनानाम्॥
भावार्थ
चाहे सूर्य पश्चिम दिशा में उदित होने लगे, कमल पर्वत के ऊपर खिलने लगें, मेरु पर्वत हिलने लगे या अग्नि शीतल हो जाए, तो भी सज्जन अपनी बात से विमुख नहीं होते।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।