पंचांग 4 मई 2021
पंचांग 4 मई 2021
सुविचार
आशा नाम मनुष्याणां काचिदाश्चर्यशृङ्खला।
यया बद्धाः प्रधावन्ति मुक्तास्तिष्ठन्ति पङ्गुवत्॥
भावार्थ
आशा मनुष्य के लिए एक विशिष्ट डोर है, जो उससे बँधा हुआ है वह किसी भी अनिष्ट को पार कर जाता है और जो इस डोर से बँधा नहीं, उसके अनिष्ट की सम्भावना बनी रहती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।