पंचांग 5 जनवरी 2021
सुविचार
वरं एको गुणी पुत्रो न च मूर्खशतान्यपि।
एकश्चंद्रस्तमो हन्ति न च तारागणोऽपि।।
भावार्थ
सौ मूर्ख पुत्र होने की अपेक्षा एक गुणवान पुत्र का होना श्रेष्ठ है। अन्धकार का नाश केवल एक चन्द्रमा ही कर देता है पर तारों के समूह नहीं कर सकते।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो