पंचांग 5 जनवरी 2022
सुविचार
बहूनां चैव सत्त्वानां रिपुञ्जयः।
वर्षान्धाराधरो मेघस्तृणैरपि निवार्यते।।
भावार्थ
एकता की शक्ति के बल से छोटे प्राणी भी अपने संगठन द्वारा बड़े से बड़े शत्रु को हरा देते हैं, जैसे तिनकों से बना हुआ छप्पर भी मूसलाधार बारिश को रोक लेता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।