पंचांग 5 मार्च 2021
सुविचार
कालो अश्वो वहति सप्तरश्मिः, सहस्त्राक्षो अजरो भूरिरेताः।
तमा रोहन्ति कवयो विपश्चितस्तस्य , चक्रा भुवनानि विश्वा।।
भावार्थ
जो समय आज निकल जाएगा, वह फिर आने का नहीं। समय बड़ा बलशाली है, यह जानकर ज्ञानी लोग सदैव समय का सदुपयोग करते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।