पंचांग 6 सितम्बर 2021
सुविचार
बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः।
श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः।।
भावार्थ
जो व्यक्ति कर्तव्य से विमुख होता है वह बलवान हो कर भी असमर्थ, धनवान हो कर भी निर्धन तथा ज्ञानी हो कर भी मूर्ख होता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।