पंचांग 7 अप्रैल 2021
पंचांग 7 अप्रैल 2021
सुविचार
मूर्खाः यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसंचितम्।
दाम्पत्योः कलहो नास्ति तत्र श्री स्वयमागता॥
भावार्थ
अर्थात जहां मूर्खों का सम्मान नहीं होता, अन्न का भण्डार भरा रहता है और पति-पत्नी में कभी कलह नहीं हो, वहां लक्ष्मी स्वयं आकर निवास करती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।