पंचांग 7 सितम्बर 2021
पंचांग 7 सितम्बर 2021
सुविचार
जाड्यं धियो हरति सिंचति वाचि सत्यं, मानोन्नतिं दिशति पापमपाकरोति।
चेतः प्रसादयति दिक्षु तनोति कीर्तिं, सत्संगतिः कथय किं न करोति पुंसाम्।।
भावार्थ
अच्छे मित्रों का साथ बुद्धि की जड़ता को हर लेता है, वाणी में सत्य का संचार करता है, मान और उन्नति को बढ़ाता है और पाप से मुक्त करता है। चित्त को प्रसन्न करता है और कीर्ति को सभी दिशाओं में फैलाता है। सत्संगति आखिर मनुष्य का कौन सा भला नहीं करती!
आप सभी का दिन मंगलमय हो।।