पंचांग 8 जुलाई 2021
पंचांग 8 जुलाई 2021
सुविचार
मनसि वचसि काये पुण्य पीयूष पूर्णाः,
त्रिभुवनं उपकार श्रेणिभिः प्रीणयन्तः,
परगुण परमाणून् पर्वती कृत्य नित्यं,
निजहृदि विकसन्तः सन्ति सन्तः कियन्तः।।
भावार्थ
मन, वाणी और शरीर में सत्कर्मरूपी अमृत से परिपूर्ण, तीनों लोकों का अनेक प्रकार के उपकारों से कल्याण करने वाले और दूसरों के थोड़े से भी गुणों को सर्वदा पहाड़ की तरह (बहुत बड़ा) मानकर अपने हृदय में प्रसन्न होने वाले सत्पुरुष कितने हैं, अर्थात् ऐसे सज्जन बहुत कम हैं, दुर्लभ हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।