पंचांग 8 दिसम्बर 2021
सुविचार
नलिकागतमपि कुटिलं न भवति सरलं शुनः पृच्छम्। तद्वत् खलजनहृदयं बोधितमपि नैव याति माधुर्यम्॥
भावार्थ
जैसे कुत्ते की पूंछ नली में रखने पर भी सीधी नहीं होती, उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति का हृदय परिवर्तन समझाने बुझाने से भी नहीं होता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।