पंचांग 9 अगस्त 2020
पंचांग 9 अगस्त 2020
विशेष – पंचक समाप्ति
आज का विचार
आत्मज्ञानं समारम्भः तितिक्षा धर्मनित्यता ।
यमर्थान्नापकर्षन्ति स वै पण्डित उच्यते ॥
अर्थात्
जो अपनी योग्यता से भली-भाँति परिचित हो और उसी के अनुसार कल्याणकारी कार्य करता हो, जिसमें दुःख सहने की शक्ति हो, जो विपरीत परिस्थितियों में भी धर्म-पथ से विमुख नहीं होता, ऐसा व्यक्ति ही सच्चा ज्ञानी कहलाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।