पंचांग 9 जून 2022
पंचांग 9 जून 2022
सुविचार
चेष्टा वायुः खमाकाशमूष्माग्निः सलिलं द्रवः।
पृथिवी चात्र सङ्कातः शरीरं पाञ्चभौतिकम्॥
भावार्थ
महर्षि भृगु कहते हैं कि वृक्षों में चेष्टा अर्थात् गतिशीलता वायु का रूप है। खोखलापन आकाश, गर्मी अग्नि, तरल पदार्थ सलिल और ठोसपन पृथ्वी का रूप है। इस प्रकार ये वृक्ष भी पंच महाभूतों (वायु, आकाश, अग्नि, जल और पृथ्वी तत्त्वों) से बने हैं।
॥आप सभी का दिन मंगलमय हो॥