पंडित दीनदयाल उपाध्याय में नेतृत्व करने की अद्भुत क्षमता थी- जेपी नड्डा
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय हमेशा भारतीयता की बात करते थे। वे कहते थे कि भारत की अपनी एक वैश्विक पहचान है, ऐसे में यहां की संस्कृति को मजबूत बनाकर उसमें राष्ट्रभाव भरें। यह प्रत्येक देशवासी और हम सब कार्यकर्ताओं की राष्ट्रहित में नैतिक जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति की ओर से जयपुर के धानक्या में आयोजित वर्चुअल समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रखर वक्ता, चिंतक, विचारक व संगठक थे। उनमें नेतृत्व करने की अद्भुत क्षमता थी। दीनदयालजी कहते थे कि भारतीय संस्कृति वह अकेली संस्कृति है जो अतिप्राचीन होने के पश्चात भी आज अपने पुरातन स्वरूप में मौजूद है। विविधताओं में एकता के बावजूद भारत एक राष्ट्र है, हमें भारत की मूल संस्कृति को पहचानना चाहिए। नड्डा ने कहा कि पंडित उपाध्याय हमेशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहते थे कि भारत माता के कार्य के लिए कार्यकर्ताओं को वैचारिक समर्पण के साथ हमेशा तैयार रहना चाहिए।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह हनुमान सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हमारी प्राचीन ज्ञान परम्परा को ध्यान में रखते हुए मानवता की पूर्णता के विकास के लिए परिवर्तन किये गये हैं। पंडित दीनदयाल ने भी इसी उद्देश्य को लेकर कई सिद्धांत समाज को दिए। उनका स्वप्न था कि ज्ञान आधारित समाज का निर्माण होना चाहिए। उसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा नीति का प्रारूप तैयार किया गया है।
विशिष्ट अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री वी. सतीश ने कहा कि पंडितजी ने एकात्म मानव दर्शन समेत आर्थिक, वैचारिक व आत्मनिर्भरता का विचार देश को दिया। उनके द्वारा दिए गए सिद्धान्तों के अनुसार ही वर्तमान केन्द्र सरकार नीति निर्माण कर भारतीय जनमानस के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।
समारोह समिति के अध्यक्ष प्रो. मोहनलाल छीपा ने समिति की गतिविधियों का परिचय व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने धानक्या स्थित राष्ट्रीय स्मारक के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान स्मारक की सार- संभाल करने वाले स्वयंसेवकों का सम्मान किया गया।