शाखा जीवन में गहन और सघन साधना का मूल साधन है- वी. शान्ता कुमारी
शाखा जीवन में गहन और सघन साधना का मूल साधन है- वी. शान्ता कुमारी
जयपुर, 20 अक्टूबर। राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी. शान्ता कुमारी ने कहा कि एक घंटे की शाखा जीवन में गहन तथा सघन साधना करने के लिए मूल साधन है। इसके माध्यम से व्यक्तित्व का निर्माण होता है। हमारी गणवेश हमारी अपनी पहचान है। सेविका शब्द मन में आने से हमारे मन में विचार आता है कि मैं एक भारत मां की पुत्री हूं, जिसका श्रेष्ठ इतिहास, परम्परा और संस्कृति है। इसलिए मैं एक हिन्दू हूं, जिसे पूरे विश्व में सम्मान मिल रहा है।
वी. शान्ता कुमारी शनिवार को राष्ट्र सेविका समिति, जयपुर विभाग की ओर से गालव, मालवीय, विद्याधर नगर और मानसरोवर जिले के शाखा संगम कार्यक्रम में बोल रही थीं। उन्होंने कहा, हमें सभी से मित्रवत भाव रखते हुए, अपनी क्षमता और बुद्धि से आनंद एवं दृढ़ता पूर्वक कार्य करना चाहिए। घर, समाज और राष्ट्र को चलाना है, तो बुद्धि, धन और बाहुबल तीनों शक्तियों की आवश्यकता होती है। यदि ये तीनों अच्छे व्यक्ति के हाथ में हैं, तो कार्य को सही दिशा मिलती है और दुष्ट व्यक्ति के हाथ में हैं, तो आतंकवाद बढता है, महिलाओं पर अत्याचार होता है, समाज में अस्थिरता देखने को मिलती है। इसलिए योग्य गुणों से युक्त व्यक्तित्व निर्माण अपनी राष्ट्र सेविका समिति शाखा का उद्देश्य होना चाहिए।
उन्होंने तीन एस का उल्लेख करते हुए कहा कि सृजन, संस्कार और समानता ही राष्ट्र को उन्नति की ओर ले जा सकते हैं। सृजन, एक अच्छी संतान का निर्माण करना यानि संकल्प लेकर संतान को जनना। दूसरा, संस्कार यानि अच्छे संस्कार देना और तीसरा, समानता यानि निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित करना। उन्होंने कहा कि राजस्थान का नाम लेते ही वीरागंनाओं का स्मरण होता है। राष्ट्र व समाज के लिए राजस्थान का विशेष योगदान रहा है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की क्षेत्रीय महाप्रबंधक प्रमिला गुप्ता ने कहा कि सेविका समिति का कार्यक्रम सराहनीय है। हमें स्वाभिमान ही नहीं, आवश्यकता पड़ने पर दुर्गा व पार्वती जैसा रूप भी धारण करना चाहिए।
राजस्थान विश्वविद्यालय के खेल मैदान में जयपुर विभाग की 12 शाखाएं लगायी गईं। प्रत्येक शाखा में एक घंटे की शाखा के कार्यक्रम संचालित किए गए। ध्वज लगाने के साथ ही खेल, योग, व्यायाम एवं बौद्धिक हुआ। अंत में सेविका समिति की प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रमिला, क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मंजु शर्मा, क्षेत्रीय सम्पर्क प्रमुख नीलमणि, जयपुर प्रांत कार्यवाहिका संगीता जांगिड़ सहित प्रांत एवं विभाग कार्यकारिणी भी उपस्थित रही।