कोरोना के कहर के बाद अब बर्ड फ्लू ने दी दस्तक
2020 में कोरोना वायरस के कहर के बाद अब 2021 में प्रदेश में एवियन इंफ्लुएंजा वायरस ने दस्तक दी है। इससे झालावाड़, बारां व जोधपुर में 295 कौओं की मौत हो चुकी है। सप्ताह की शुरुआत में झालावाड़ के राड़ी के बालाजी मंदिर परिसर में अचानक कौओं की मौत होने लगी। देखते ही देखते संख्या दर्जनों में पहुंच गई। तब लोगों ने पशुपालन व वन विभाग को सूचना दी। आनन फानन में सैम्पल भोपाल भेजे गए, जहॉं जांच के बाद कौओं की मौत का कारण बर्ड फ्लू बताया गया। झालावाड़ में स्थिति सम्भलती उससे पहले ही बारां और जोधपुर से भी कौओं के मरने के समाचार आ गए। माथना गांव (Mathna Village) के पास बड़ी संख्या में कौओं की मौत हुई है। ग्रामीणों की सूचना पर उप वन संरक्षक दीपक गुप्ता मौके पर पहुंचे तो वहॉं 47 कौए, एक किंगफिशर और एक मेगपाई चिड़िया मृत मिले।
सबसे अधिक 152 कौओं की मौत अब तक जोधपुर में हुई है, झालावाड़ में इनकी संख्या 74 पहुंच चुकी है। झालावाड़ से भाेपाल भेजे गए सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि जोधपुर और अन्य जगह की रिपोर्ट का अभी इंतजार है।
एवियन इन्फ्लूएंजा एक वायरस जनित बीमारी है, जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी में तेजी से फैलती है और उनकी मौत का कारण बनती है। पक्षियों से यह बीमारी मनुष्यों में भी फैल सकती है। आरम्भ में कुछ लोगों ने कौओं की मौत का कारण विषाक्त चीजें खा लेना बताया लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कौवा सबसे चतुर पक्षी है। यदि कुछ कौवों की विषाक्त पदार्थ खाने से मौत हुई होती तो अन्य कौवे उस भोजन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखते। ऐसे में मौत का सबसे बड़ा कारण बीमारी ही है।