भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए परिवार की जड़ों को सींचना होगा- ए. बालाकृष्णन
जयपुर। विवेकानंद केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए. बालाकृष्णन ने कहा है कि भारत का आधार भारतीय परिवार हैं। इसलिए भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए परिवारों को श्रेष्ठ और संस्कारवान बनाना आज की आवश्यकता है। बालाकृष्णन और केंद्र के महासचिव भानुदास ने गुरुवार को विवेकानंद केंद्र की जयपुर शाखा के दायित्ववान कार्यकर्ताओं के साथ जवाहर नगर के गीता मंदिर में बैठक कर विवेकानंद केंद्र की कार्य योजनाओं पर चर्चा की।
बालाकृष्णन ने प्रश्नोत्तरी सत्र में कहा कि युवा ऊर्जा से भरपूर हैं, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन देने के लिए समाज को परिवार के संस्कारों और उनकी जीवन शैली पर तेजी से कार्य करना होगा। बिखरते परिवारों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति को ठीक करने से परिवार और परिवारों को व्यवस्थित करने से समाज तथा राष्ट्र को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म का अस्तित्व भारतीय परिवार हैं, इसलिए परिवार की जड़ों को फिर से सींचने पर सभी को ध्यान देना होगा।
बालाकृष्णन ने कहा कि इसके लिए विवेकानंद केंद्र ने हर परिवार अमृत परिवार का काम हाथ में लेकर परिवार व्यवस्था पर काम शुरू किया है। इससे पहले भानुदास ने कार्यकर्ताओँ को अपने पांच सौ मीटर की सीमा में रहने वाले सभी परिवारों से संपर्क कर उनके बीच विवेकानंद के विचारों को ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हर हिंदू परिवार में विवेकानंद के विचार ले जाना हर युवा का कर्तव्य है। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र राजस्थान प्रांत की जीवनवृत्ति कार्यकर्ता प्रांजली येरकर और सुश्री श्वेता, जयपुर महानगर प्रमुख चेतन प्रकाश सहित कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।