भीलवाड़ा : शाहपुरा में गणेश पंडाल में मिले बकरे के अवशेष, तो सांगानेर में फेंके गए पत्थर

भीलवाड़ा : शाहपुरा में गणेश पंडाल में मिले बकरे के अवशेष, तो सांगानेर में फेंके गए पत्थर

भीलवाड़ा : शाहपुरा में गणेश पंडाल में मिले बकरे के अवशेष, तो सांगानेर में फेंके गए पत्थरभीलवाड़ा : शाहपुरा में गणेश पंडाल में मिले बकरे के अवशेष, तो सांगानेर में फेंके गए पत्थर

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में गणेश पंडाल में बकरे के अवशेष मिलने से तनाव का वातावरण है। शहर के बाजार बंद हैं और लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मामला बुधवार सुबह उस समय सामने आया, जब लोग गणेश विसर्जन के बाद चमना बावड़ी स्थित पंडाल में टेंट का सामान उठाने पहुंचे, तो उन्हें वहॉं बकरे की कटी हुई टांगें, सिर और मांस के टुकड़े दिखायी दिए। यह देखते ही लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

इससे पहले 14 सितम्बर की रात को भीलवाड़ा जिले के ही उपनगर सांगानेर में स्थित गढ़ स्कूल परिसर में गणेश महोत्सव के दौरान पंडाल पर पत्थर फेंके गए थे, उस समय वहॉं गरबा चल रहा था। इस मामले में पुलिस ने मोमिन मोहल्ला, सांगानेर निवासी फिरोज अली 27 पुत्र अल्लानुर अंसारी, सपान 19 पुत्र अकरम अंसारी व मोहम्मद बिलाल 32 पुत्र अब्दुल हमीर को गिरफ्तार किया है। बाद में तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। 

हिन्दू समाज ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में सोमवार को बारावफात के दिन, क्षेत्र के निवासियों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और अपने घरों व दुकानों पर ताले लगा लगा कर सामूहिक रूप से गांव के बाहर भगवान देवनारायण मंदिर चले गए। वहाँ उन्होंने हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया। पाठ के बाद सभी ने सामूहिक रूप से भोजन बनाया और प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इसके बाद, दोपहर को सभी लोग अपने-अपने घर लौट गए।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वातावरण को दूषित करने का एक सुनियोजित षड्यंत्र है। भीलवाड़ा में कट्टरपंथी मुसलमान बार बार सांप्रदायिक सौहार्द को चुनौती दे रहे हैं। शोभायात्रा पर मस्जिद से पथराव कर वे जल झूलनी एकादशी पर भी अपनी रुग्ण व मजहबी मानसिकता का परिचय दे चुके हैं।

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