मास्क ही वैक्सीन: आमजन को जागरूक करने में जुटे स्वयंसेवक
- जगतपुरा क्षेत्र में घुमंतू परिवारों को 400 मास्क
- वितरित विद्यार्थी परिषद ने यूनिवर्सिटी में बनाई मास्क की दीवार
जयपुर, 01 दिसम्बर। कोविड के चलते लॉकडाउन का समय हो या फिर इन दिनों चल रहे मास्क ही वैक्सीन अभियान, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक समाज के प्रत्येक वर्ग को अपना परिवार मानते हुए सेवा कार्य करते हैं। लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में समाज के सभी वर्गों के लिए किए गए सेवा कार्यों के बाद अब भी स्वयंसेवक कोरोना से बचाव के लिए आमजन को जागरूक करने में जुटे हैं। इसके तहत स्वयंसेवकों ने मालवीय भाग के जगतपुरा क्षेत्र में घुमंतू परिवारों को 400 मास्क वितरित किए। कोरोना से बचाव के उपाय बताते हुए स्वयंसेवकों ने घुमंतू परिवारों को बताया कि जब तक कोरोना की दवा नहीं आ जाए, तब तक मास्क ही वैक्सीन है। ऐसे में हम मास्क का उपयोग करते हुए पूरी सतर्कता के साथ कोरोना से बचाव का प्रयास करते रहने में ही सबका हित है।
इसी प्रकार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में मास्क की दीवार का शुभारम्भ किया गया है। जहां से कोई भी व्यक्ति मास्क दान कर सकता है तथा कोई भी जरूरतमंद नि:शुल्क दो मास्क लेकर उपयोग कर सकता है। परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवारी ने बताया कि अभी आम आदमी और कोरोना के बीच मास्क ही दीवार है। मास्क जरूर लगाएं, जिससे कोविड के संक्रमण को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा नो मास्क—नो एंट्री अभियान के तहत अब तक दो लाख मास्क बांटे जा चुके हैं। विश्वविद्यालय परिसर में कोई भी दानदाता मास्क दान भी कर सकते हैं। प्रांत मंत्री होशियार मीणा ने बताया कि हर दिन कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में इस संकट के दौर में जब तक दवाई नहीं आ जाती है, तब तक मास्क को दवा मानते हुए बचाव करना है। इसी उद्देश्य को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में परिषद की ओर से मास्क की दीवार बनाई गई है।