राजस्थान : नहीं रुक रही गोतस्करी
गोवंश की तस्करी करते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए गोतस्कर
राजस्थान में गोतस्करी थमने का नाम नहीं ले रही। भरतपुर व अलवर जिले का मेवात क्षेत्र गोतस्करों की स्वर्गनगरी बन चुका है। शातिर तस्कर अपना रूट बदलते रहते हैं। वे कभी हाईवे, कभी लिंक रोड तो कभी गांवों के रास्तों को गोतस्करी का माध्यम बनाते हैं। पुलिस की नाकाबंदी मुख्य सड़क मार्ग पर ही रहती है इस कारण गोतस्कर पुलिस को चकमा देकर आसानी से निकल जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में गोतस्करी के मामलों को देखते हुए आधा दर्जन गोवंश रक्षा चौकियां स्थापित की गई हैं। ये सभी चौकियां मेवात क्षेत्र में हैं। जिनमें तीन खोह थाने के पास्ता रोड, धमारी रोड व बेढ़म की प्याऊ, नगर में सीकरी फाटक, जुरहरा में सोनोखर और कैथवाड़ा थाने के अंतर्गत अमरूका चौराहे पर स्थापित हैं, लेकिन गोतस्कर चौकियों पर भारी पड़ रहे हैं। क्षेत्र में उनके हौंसले बुलंद हैं। वे कस्बे के अंदर कॉलोनी की गलियों में बैठी गायों तक को उठाने से नहीं चूकते।
मंगलवार (5 जनवरी, 2022) को भरतपुर के कामां कस्बे से देर रात एक स्कॉर्पियो में सवार चार गोतस्कर गली में बैठी एक गाय को उठाकर ले गए। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं जब गोतस्कर सीसीटीवी में कैद हो चुके हैं। लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
अक्सर देखा गया है गोतस्कर हथियारों से लैस होते हैं। पुलिस से सामना हो भी जाए तो गोलीबारी करते हुए भाग जाते हैं। कामां कस्बे वाले मामले में कोई गिरफ्तारी हो पाती उससे पहले ही गोपालगढ़ थाना क्षेत्र में QRT टीम के पुलिसकर्मियों को किसी ने सूचना दी कि कुछ गोतस्कर एक कैंट्रा गाड़ी में गोवंश को भरकर हरियाणा की तरफ ले जा रहे हैं। सूचना पर पुलिस एलर्ट हो गई। जैसे ही गोतस्करों की गाड़ी गोपालगढ़ थाने से गुजरी, टीम ने गोतस्करों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन तस्करों ने गाड़ी नहीं रोकी और पीछा कर रही QRT की टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी पांच राउंड फायरिंग की, लेकिन तस्करों को नहीं पकड़ पाई। गोतस्करों की गाड़ी का टायर फट गया, फिर भी वे गाड़ी को दौड़ाते रहे। अंत में कैंट्रा गाड़ी को जुरहरा थाना इलाके के सहसन गांव में छोड़कर भाग गए।
गाड़ी की तलाशी में 13 गोवंश ठूंस ठूंस कर भरे पाए गए। जिन्हें जुरहरा थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया।