सुबह से शाम तक गूंज रहा ‘जय श्रीराम’ का अभिवादन
- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान का पहला चरण
उदयपुर, 25 जनवरी। इन दिनों सुबह-सुबह डोर बेल बजते ही ‘जय श्रीराम’ और ‘राम-राम’ के अभिवादन गुंजायमान हो रहे हैं। हर गली, मोहल्ले, गांवों में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण को लेकर निधि समर्पण के संकल्प का अभियान इसी तरह रंग चढ़ रहा है। रविवार को पूरे उदयपुर जिले में 700 टोलियों ने जब अपने-अपने क्षेत्रों में सुबह-सुबह सम्पर्क शुरू किया तो डोर बेल बजने के साथ जैसे ही परिवार के लोग दरवाजे पर पहुंचते, राम-राम का अभिवादन दोनों ओर से गूंज उठता। रविवार को यह क्रम देर शाम तक चला।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र निधि समर्पण अभियान के पहले चरण के अंतर्गत घर-घर जागरण पत्रक व रामलला के मंदिर के लिए निधि समर्पण के आग्रह का अभियान जोर पकड़ रहा है। न केवल समिति से जुड़े कार्यकर्ता, बल्कि विभिन्न समाजों व संगठनों के वरिष्ठजन, पदाधिकारी, युवा सभी अपने-अपने क्षेत्रों में स्वप्रेरणा से इस अभियान से जुड़ते जा रहे हैं। इतना ही नहीं, कई टोलियां रामधुन, भक्तिगीत गाते हुए घर-घर सम्पर्क कर रही हैं और प्रातः व सांध्य वेला में भक्तिगीतों के साथ घर-परिवारों के लोग भी सुर मिला रहे हैं।
इधर, घर-घर जागरण पत्रक वितरण अभियान के दौरान ही कई परिवारों ने निधि समर्पण किया और कई ने निधि समर्पण का संकल्प लिया। कई परिवारों ने कहा, हम तो आपका इंतजार ही कर रहे थे, ताकि हमारी श्रद्धा प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित करने के लिए आपको सौंपी जा सके। घर-घर की इन भावनाओं पर कार्यकर्ता भी नतमस्तक हुए जा रहे हैं। उदयपुर के समीप बड़ी गांव में कार्यकर्ताओं ने सूरजकुण्ड के अवधेशानंद महाराज को श्रीराम मंदिर का चित्र भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने समाजजनों से मन्दिर निर्माण में अधिकाधिक समर्पण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मन्दिर निर्माण के माध्यम से राष्ट्रीय स्वाभिमान की पुनः प्रतिष्ठा होगी व जन-जन में जागरण होकर सामाजिक समरसता की स्थापना होगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र निधि समर्पण समिति के उदयपुर महानगर प्रमुख अशोक प्रजापत ने बताया कि पत्रक वितरण अभियान में कारसेवक भी उत्साह से टोलियों के साथ जुड़े हैं। साथ ही, अलग-अलग स्थानों पर कारसेवकों का अभिनंदन भी किया जा रहा है। पत्रक वितरण अभियान के साथ कार्यकर्ता घर-घर में राम मंदिर के लिए कण मात्र ही सही, श्रद्धानुसार निधि समर्पण का आग्रह कर रहे हैं। पहला चरण 30 जनवरी तक चलेगा। इसके बाद अभियान का दूसरा चरण 31 जनवरी से शुरू होगा। 15 फरवरी तक चलने वाले इस दूसरे चरण में कार्यकर्ता-रामभक्त घर-घर 10 रुपये, 100 रुपये व 1000 रुपये के कूपन लेकर पहुंचेंगे। जिस परिवार की जैसी श्रद्धा होगी, वे वैसा समर्पण सहयोग कर सकेंगे। दो हजार से अधिक की राशि पर 80-जी की छूट रहेगी। साथ ही, नकद समर्पण 20 हजार रुपये तक का ही प्राप्त किया जा सकेगा। इससे अधिक के समर्पण के लिए चेक ही स्वीकार किए जाएंगे।