वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण का देवलोकगमन
वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण का देवलोकगमन
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण का मंगलवार को देवलोकगमन हो गया। वह राममनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान लखनऊ में उपचाराधीन थे। अन्तिम दर्शन हेतु उनका पार्थिव शरीर राजेन्द्र नगर स्थित भारती भवन लखनऊ में रखा गया, जहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने पुष्पांजलि अर्पित की। स्व. बालकृष्ण का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र हित व व्यक्ति निर्माण के लिए समर्पित रहा। उनके निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शोक व्यक्त किया है।
बालकृष्ण अपने पांच भाइयों में दूसरे क्रम पर 5 मार्च, 1937 को जन्मे थे। उनका पैतृक निवास कानपुर देहात की बिल्हौर तहसील के शिवराजपुर ब्लॉक के कंठीपुर ग्राम पंचायत में था। वे कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम.कॉम करने के बाद कानपुर स्थित एर्गन मिल में एकाउंट मैनेजर पद पर सेवारत थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंहल की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर सन् 1962 में संघ के प्रचारक निकले और राष्ट्र हित में अपना सार्वजनिक जीवन आरम्भ किया।
तहसील प्रचारक बिल्हौर, नगर प्रचारक कानपुर, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत शारीरिक प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक, प्रांत प्रचारक अवध प्रांत, संयुक्त क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख, उ.प्र. व उत्तराखंड तथा अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख आदि दायित्वों का निर्वहन करते हुए देश सेवा में लीन रहे।
आपातकाल के समय कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप से काम किया। उन्होंने एक सच्चे स्वयंसेवक के रूप में उच्चतम आदर्श स्थापित किये। वर्तमान में उनका केंद्र भारती भवन लखनऊ था।
उ.प्र. के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी भारती भवन में पार्थिव देह पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उ.प्र. के क्षेत्र प्रचारक अनिल, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र सिंह, इतिहास संकलन के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री संजय, संयुक्त क्षेत्र ग्राम विकास प्रमुख वीरेंद्र सिंह सहित अन्य ने स्व. बालकृष्ण की पार्थिव देह पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
भारती भवन में स्व. बालकृष्ण के छोटे भाई रामकृष्ण एवं अन्य परिवारजनों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।