विद्या भारती ने वरीयता सूची में आए 28 विद्यार्थियों का सम्मान किया
जयपुर, 06 अगस्त। विद्या भारती राजस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों के बोर्ड परीक्षा परिणाम की वरीयता सूची में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया। जवाहर नगर स्थित विद्या भारती के क्षेत्रीय मुख्यालय सेवाधाम में ऑनलाइन आयोजित हुए कार्यक्रम में दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री श्रीराम अरावकर ने कहा कि समाज की उन्नति के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। गुणवत्तायुक्त, रोजगारपरक व संस्कारवान शिक्षा देने से चरित्रवान व गुणसम्पन्न युवा तैयार हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय परिणाम ला रही है। देशभक्त, समाजहित व संस्कृति को गौरवान्वित करने वाले छात्र-छात्राओं का निर्माण किया जा रहा है। अरावकर ने नई शिक्षा नीति 2020 देश के लिए वरदान बताते हुए इससे भविष्य के भारत की नींव पड़ने वाला बताया।
इससे पहले अतिथियों ने प्रदेशभर के 15 स्थानों से आए कक्षा दशमी व द्वादशी के 28 विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल व पुरस्कार राशि का चेक देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही विद्यार्थियों के माता-पिता तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य का भी सम्मान किया गया।
कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति व विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री परमेन्द्र दशोरा ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए परीक्षा परिणामों के बारे में जानकारी दी। वहीं विद्या भारती राजस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर भरतराम कुम्हार ने अभिभावकों व अध्यापकों, प्रधानाचार्य तथा प्रबंध समिति के सदस्यों को उत्कृष्ट परिणाम में सहायक बनने के लिए साधुवाद दिया। इस दौरान क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवप्रसाद, प्रांत मंत्री सुरेश वधवा, आदर्श शिक्षा परिषद जयपुर के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद अरोड़ा, मंत्री पुष्कर उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में विद्या भारती के उपाध्यक्ष कुंज बिहारी शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।