अब वागड़ – मेवाड़ में बढ़ी गोतस्करी
जयपुर, 21 नवम्बर। सर्दियों में बीफ की बढ़ती मांग को लेकर राजस्थान में एक बार फिर गो तस्करी बढ़ गई है। गोतस्कर नित नए तरीकों से गोवंश की तस्करी कर समीपवर्ती राज्यों में ले जा रहे हैं। ऐसे में एकाएक तस्करी बढ़ने में कहीं ना कहीं पुलिस की लापरवाही भी है। कुछ दिनों पहले तक पूर्वी राजस्थान में गोतस्करी की घटनाएं सामने आना एक सामान्य सी बात हो गई थी, लेकिन अब प्रदेश के दूसरे क्षेत्रों में भी पुलिस तंत्र की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते तस्करों का साहस इतना बढ़ गया है कि वे बिना किसी भय के गोतस्करी कर रहे हैं। ऐसे में अब पूरे प्रदेश में आए दिन गोतस्करी की घटनाएं सामने आने लगी हैं।
बांसवाड़ा में गोवंश से भरा ट्रक पकड़ा
बांसवाड़ा- रतलाम मार्ग पर 18 नवम्बर को गोरक्षा दल कार्यकर्ताओं ने कटुंबी होलाखो में गोवंश से भरा ट्रक पकड़ा है। बांसवाड़ा से रतलाम की ओर अवैध रूप से गोवंश से भरे ट्रक को गोरक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने रुकवाना चाहा तो चालक ने ट्रक सड़क से नीचे उतार दिया। वहीं ट्रक में सवार एक चालक व दो तस्कर भाग गए। जबकि एक तस्कर सद्दाम को पकड़ लिया गया। जिसे मौके पर पहुंची दानपुर थाना पुलिस को सौंप दिया गया।
गोरक्षा दल के अनुराग सिंघवी ने बताया कि उन्हें मिली सूचना पर जिले के सभी नाकों पर कार्यकर्ताओं को बिठा दिया। रतलाम रोड के कटुंबी के पास एक ट्रक तेज गति से निकला तो वहां खड़े कार्यकर्ताओं को संदेह हुआ। उन्होंने पीछाकर रोकना चाहा तो ट्रक चालक ने एक बार टक्कर मारनी चाही। बाद में ट्रक चालक ने छोटी सरवन के होलाखो में ट्रक को सड़क से नीचे उतार दिया। जिससे ट्रक के पहिये गड्ढे में धंसने से वह फंस गया। ट्रक में दो भागों में ठूंस-ठूंस कर भरे 50 से अधिक गोवंश को बाहर निकालकर गोशाला भिजवाया।
चित्तौड़गढ़ में लगातार पांच दिन मुक्त कराया गोवंश
चित्तौड़गढ़ जिले में भी गोतस्करी चरम पर है। यहां पुलिस द्वारा पांच दिन लगातार कार्रवाई करते हुए तस्करों के चंगुल से गोवंश को मुक्त कराया गया। गुरुवार को पुलिस ने पांचवें दिन लगातार 4 बड़ी कार्रवाई करते हुए गोवंश से भरा कंटेनर पकड़ा। पुलिस कार्रवाई के दौरान गोवंश तस्कर कंटेनर छोड़कर फरार हो गए। यहां सुबह निम्बाहेड़ा कोतवाली पुलिस को चित्तौड़गढ़ के रास्ते भारी संख्या में गोवंश ले जाने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सख्त नाकाबंदी कराई तो कंटेनर चालक नाकाबंदी को तोड़कर कंटेनर को भगाकर ले गया और कुछ दूरी पर जाकर गोतस्कर व चालक कंटेनर को छोड़कर भाग गए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंटेनर में ठूंस-ठूंसकर भरे 60 से अधिक गोवंश को मुक्त कराया। मुक्त गोवंश को चिकारड़ा स्थित गोशाला भिजवा गया। पकड़े गए कंटेनर में 6 गोवंश मृत भी मिले।
उल्लेखनीय है कि चित्तौड़गढ़ जिले की पुलिस ने लगातार पांच दिन कार्रवाई करते हुए तस्करी कर ले जाए जा रहे लगभग 200 से अधिक गोवंश को मुक्त कराया है।
पुलिस पर फायरिंग कर फरार हुए गोतस्कर
इधर, भरतपुर जिले के पहाड़ी क्षेत्र में 17 नवम्बर की रात पुलिस और गोतस्करों में फायरिंग हुई। तीन मिनी ट्रक में 26 गोवंश व 40 लीटर कच्ची शराब लेकर जा रहे गोतस्करों को पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान रोका तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में पुलिसकर्मियों ने भी फायरिंग की। गुलपाड़ा पुलिस को गोतस्करी की सूचना मिली थी कि जुरहरा थाना के गांव कंचननेर निवासी एक गोमांस तस्कर वसीम पुत्र इस्लाम मेव गोमांस लादकर कंचननेर से खेडी अलीमुद्दीन की ओर गांवों में बिक्री करने के लिए जा रहा है। इस पर पुलिस ने नाकेबंदी कर तीन टाटा 407 गाड़ियों को रोका। गाड़ियों में सवार तस्करों ने रुकने के बजाय फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस द्वारा लगाए गए लोहे के कांटे लगने से गाड़ियों के टायर पंक्चर हो गए। गोतस्कर गाड़ियां छोड़कर पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। पुलिस ने फरार हुए गोतस्करों की पहचान भरतपुर जिले के जीरोहेड़ा निवासी अरशद, मुबारिक, आलम, मुबीन, साहिब, कनवाड़ी, यूसुफ व फतेहपुर पहाड़ी निवासी तौफीक, सल्तम व इस्ताक के रूप में की। गाड़ियों में से पुलिस ने 26 गोवंश को मुक्त करवा कर गोशाला में भेजा।
गोमांस के साथ तस्कर गिरफ्तार
वहीं भरतपुर जिले में ही जुरहरा थाना पुलिस ने गोमांस तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए एक गोमांस तस्कर को गिरफ्तार कर 30 किलो गोमांस व बाइक जब्त की है। पुलिस ने मुखबिर से सूचना पर टीम गठित कर गोमांस तस्कर की घेराबंदी कर गांव कंचननेर के समीप से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 30 किलो गोमांस व एक बाइक बरामद कर ली गई।