विजय दिवस : 93 हजार पाक सैनिकों ने किया था आत्मसमर्पण

विजय दिवस : 93 हजार पाक सैनिकों ने किया था आत्मसमर्पण

विजय दिवस : 93 हजार पाक सैनिकों ने किया था आत्मसमर्पणविजय दिवस : 93 हजार पाक सैनिकों ने किया था आत्मसमर्पण

जयपुर, 18 दिसंबर। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद राजस्थान द्वारा भारत-पाक युद्ध 1971 में भारत की शानदार विजय के उपलक्ष्य में विजय दिवस की 53वीं वर्षगाँठ पर समारोह का आयोजन किया गया। प्रातः 10 बजे शहीद स्मारक पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मुख्य कार्यक्रम बियानी गर्ल्स कॉलेज, विद्याधर नगर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एयर कमोडोर चंदरमौली अध्यक्ष जयपुर प्रांत व मुख्य वक्ता अमरसिंह राजपुरोहित प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ थे। अध्यक्षता कालेज निदेशक डॉ. संजय बियानी ने की। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। प्रिंसिपल ध्यान सिंह गोठवाल ने स्वागत भाषण दिया। परिषद के प्रदेश महासचिव कमांडर बनवारी लाल ने परिषद का परिचय कराते हुए 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना की भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कर्नल तेज प्रताप सिंह ने इस युद्ध में थल सेना के युद्ध कौशल की जानकारी देते हुए कहा, विश्व इतिहास में यह पहला उदाहरण है, जब 93 हजार पाक सैनिकों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया था।

एयर कमोडोर चन्दरमौली ने अपने उद्बोधन में कहा कि ढाका के गवर्नर हाउस में चल रही बैठक में भारतीय वायुसेना द्वारा मिसाइल दागी गयी, तो वहाँ हड़कंप मच गया व पाकिस्तान को आत्मसमर्पण के लिए विवश होना पड़ा। कालेज निदेशक डॉ. संजय बियानी ने कहा कि जब तक देश की सीमाएँ सुरक्षित हैं, तब तक ही हम सुरक्षित हैं। उन्होंने 1971 के युद्ध के समय तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्णयों की जानकारी दी। अमरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि हम जहां भी हैं, इमानदारी से काम करें, यही सच्ची देशभक्ति है।

इस अवसर पर 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले योद्धाओं व वीर नारियों को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। बियानी कॉलेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। प्रांत सचिव डाल सिंह शेखावत ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में प्रदेश कोषाध्यक्ष फ्लांइंग आफ़िसर सुरेंद्र पारीक, समेत अनेक पूर्व सैन्य अधिकारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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