अब वेब सीरीज और जर्नल के माध्यम से मुसलमान पढ़ेंगे शरिया का पाठ
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड को लगता है कि मुसलमानों में मजहबी कट्टरता अभी कम है। इसलिए उन्हें शरिया का पाठ पढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इस सम्बंध में हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मुहम्मद राबे हसनी नदवी की अध्यक्षता में एक ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें देश भर से 45 सदस्यों को आमंत्रित किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि मुसलमानों को शरिया को लेकर जागरूक करने वाली वेब सीरीज बनाई जाएगी साथ ही उर्दू और अंग्रेजी – दो भाषाओं में लीगल जर्नल प्रकाशित किए जाएंगे। इसके अलावा मुस्लिमों और इस्लाम के मामलों में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट्स ने किस तरह के फैसले सुनाए हैं, उनके बारे में भी लोगों को शिक्षित किया जाएगा।
संस्था के महासचिव सैयद मोहम्मद वली रहमानी ने बताया कि वेब सीरीज को इंटरव्यू-डिस्कशन फॉर्मेट में बनाया जाएगा। वेब सीरीज का प्रस्ताव तैयार करने का दायित्व बोर्ड की महिला विंग की संयोजक डॉ. असमा जेहरा को दिया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता यूसुफ हातिम मचला, जफरयाब जिलानी और एमआर शमशाद इसमें सहयोग करेंगे। जबकि जर्नल की रूपरेखा एडवोकेट एमआर शमशाद तैयार करेंगे।
बैठक में मुस्लिम पर्सनल लॉ से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। बोर्ड के महासचिव मौलाना सैयद मोहम्मद वली रहमानी ने बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।