श्री काशी विश्वनाथ मंदिर : राम नवमी पर नौ महिला याजिकाओं ने सम्पन्न कराया यज्ञ

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर : राम नवमी पर नौ महिला याजिकाओं ने सम्पन्न कराया यज्ञ

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर : राम नवमी पर नौ महिला याजिकाओं ने सम्पन्न कराया यज्ञश्री काशी विश्वनाथ मंदिर : राम नवमी पर नौ महिला याजिकाओं ने सम्पन्न कराया यज्ञ

वाराणसी। विश्व के समस्त धार्मिक विचारों में केवल सनातन धर्म ही ऐसा है, जिसमें स्त्री का स्थान अत्यंत उच्च है। इसी सनातन परंपरा के सम्मान में चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा आयोजित विशेष यज्ञ में 9 महिला याजिकाओं को आमंत्रित कर यज्ञ संपन्न कराया गया। इस आयोजन ने महिला सम्मान और सशक्तिकरण का एक सशक्त संदेश समाज को दिया।

दोपहर 12 बजे अयोध्या धाम में श्रीराम के सूर्यतिलक कार्यक्रम का सजीव प्रसारण मंदिर चौक में स्थापित एलईडी स्क्रीन पर किया गया। इसके बाद आमंत्रित महिला याजिकाओं द्वारा नवमी यज्ञ विधिपूर्वक संपन्न किया गया।

महिलाएं जिन्हें याजक रूप में आमंत्रित किया गया

1. दिव्या दुबे – संगीतकार और गायिका, जिन्होंने अपनी सुरीलापन और गायन शैली से संगीत विश्व में विशेष स्थान बनाया। उन्हें ‘संगीत राजश्री सद्भावना सम्मान’ और ‘संगीत रत्न सम्मान’ जैसे पुरस्कार मिले हैं।

2. डॉ. शिप्रा धर – एक प्रतिष्ठित चिकित्सक, जो मानती हैं कि प्रत्येक महिला को आत्मनिर्भर बनकर जीवन में समानता का अनुभव करना चाहिए। वे बेटी के जन्म पर परिवारजनों से कोई शुल्क नहीं लेती हैं।

3. नीरजा माधव – प्रतिष्ठित शिक्षाविद और साहित्यकार, जो आईबीएस और आकाशवाणी में सेवाएं दे रही हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के सर्जना और यशपाल पुरस्कार तथा मध्यप्रदेश के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

4. ललिता शर्मा – इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कार्यरत और दूरदर्शन की उद्घोषिका हैं। अनेक सांस्कृतिक आयोजनों की अनुभवी मंच संचालिका भी हैं।

5. संगीता कुमारी – कुशल गृहिणी, जिन्होंने अपने बच्चों को पारंपरिक शिक्षा दी। उनकी बेटी मेडिकल की पढ़ाई कर रही है और बेटा सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है।

6. सिद्धिदात्री भारद्वाज – काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर और संस्कृत न्यूज़ एंकर के रूप में दूरदर्शन पर भी कार्य कर चुकी हैं।

7. प्रो. चंद्रकला पांडेय – एमजीएस यूनिवर्सिटी बीकानेर की पूर्व कुलपति और बीएचयू की पूर्व डीन रही हैं। इन्हें शिक्षण और प्रशासनिक क्षेत्र में लंबा अनुभव है।

8. ज्योति सिंह – राष्ट्रीय स्तर की कराटे खिलाड़ी और मार्शल आर्ट प्रशिक्षक, ब्लैक बेल्ट उपाधि से सम्मानित हैं और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स चला रही हैं।

9. उपमिता बाजपेई – राष्ट्रीय समाचार पत्र की वाराणसी स्थित स्थानीय संपादक, जिनके पास विज्ञान पत्रकारिता और सुरक्षा विषयों पर कश्मीर जैसे क्षेत्र की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने इस अनूठी पहल के माध्यम से नारी शक्ति के सम्मान और सामाजिक समरसता का अभिनव उदाहरण प्रस्तुत किया है।

आमंत्रित याजिकाएं

आमंत्रित याजिकाएं

आमंत्रित याजिकाएं

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