संकल्प, सेवा-समर्पण है संघ का स्वभाव – पदम सिंह
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- गंगा स्नान के बाद स्वयंसेवक अपने-अपने गंतव्य को रवाना
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने महाकुम्भ में यातायात व्यवस्था में पुलिस का सहयोग कर संघ के स्वभाव का परिचय दिया है। संघ की शाखाओं में सिखाये जाने वाले व्यक्ति निर्माण की परिभाषा को संघ कार्यकर्ताओं ने चरितार्थ किया है। वे महाकुम्भ में स्वयंसेवकों द्वारा संभाली जा रही यातायात व्यवस्था के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
हरकी पौड़ी पर गंगा स्नान से पूर्व समापन कार्यक्रम में पदम सिंह ने कहा कि जिन्हें संघ को समझना है, उनके लिए यह अच्छा अवसर है। संघ के स्वयंसेवकों के आचरण व व्यवहार से संघ को समझा जा सकता है। संघ का स्वयंसेवक स्वयं की प्रेरणा से सेवा कार्य में जुटता है। कार्यकर्ताओं में देश, समाज, धर्म के प्रति कर्तव्य की भावना स्वयं से जाग्रत होती है।
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों ने कुंभ यातायात व्यवस्था में लगने से पहले मां गंगा को साक्षी मानकर सेवा का जो संकल्प लिया था, वह आज पूर्ण हुआ है। कड़ी धूप में अपने प्वाइंटों पर 12-12 घंटे की ड्यूटी देकर कार्यकर्ताओं ने संयम अनुशासन के साथ अपने कर्तव्य को प्रदर्शित किया है। वह समाज पर गहरी छाप छोड़ने वाला है। जहां कुंभ मेले में पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल व्यवस्था में लगे थे। वहीं स्वयंसेवक भी कंधे से कंधा मिलाकर अपना संकल्प निभा रहे थे। कार्यकर्ताओं की लगन व मेहनत को देखकर समाज के हर वर्ग ने प्रशंसा की।
इस मौके पर श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष पंडित प्रदीप झा ने स्वयंसेवकों के सेवा कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सेवा का कोई मोल नहीं होता है। संघ में जाति, धर्म की बाध्यता को न मानते हुए जो सेवा का कार्य किया जाता है, वह सभी के लिए प्रेरणादायी है। प्राचीन अवधूत मण्डल के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व स्वयंसेवक मायापुर सरस्वती विद्या मंदिर से पथ संचलन करते हुए हरकी पौड़ी पहुंचे।