सिन्धी भाषा मान्यता दिवस संगोष्ठी आयोजित
सिन्धी भाषा मान्यता दिवस संगोष्ठी आयोजित
अजमेर, 11 अप्रैल। संविधान में मान्यता प्राप्त सिन्धी भाषा के ज्ञान व रोजगार के अवसरों को प्राप्त करने के लिये भारत सरकार को शीघ्र सिन्धी भाषा विश्वविद्यालय की स्थापना करनी चाहिये, ये विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से सिन्धी भाषा मान्यता दिवस पर झूलेलाल भवन में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सुरेश सिन्धी ने कहे। उन्होंने भारतीय सिन्धु सभा की ओर से भाषा व संस्कृति से युवाओं को जोड़ने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सिन्धी भाषा के विश्वविद्यालय की मांग सिन्धु महाकुम्भ में की गई थी। इस हेतु संगठन लगातार भारत सरकार से चर्चा कर रहा है। निश्चित रूप से प्रयास सफल होंगे।
राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने राज्य सरकार से रीट परीक्षा में सिन्धी विषय की सीटें बढ़ाने की मांग की, ताकि सिन्धी अध्यापकों की अधिक भर्ती हो और राजस्थान लोक सेवा आयोग में पूर्व की भांति प्रशासनिक सेवा के लिये सिन्धी विषय को जोड़ने की भी मांग की।
व्याख्याता जयकिशन गुरबाणी ने 10 अप्रैल 1967 को सिन्धी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित किये जाने से पहले हुये प्रयासों पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि अब अकादमियों व राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद को सिन्धी विषय लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने चाहिये।
प्रधानाचार्य कान्ता मथुराणी ने विचार रखते हुये कहा कि सिन्धी भाषा के विद्यार्थियों के साथ सिन्धी शिक्षकों को जोड़कर कार्यक्रम तैयार करने चाहिये एवं सरकार सिन्धी विद्यालयों में सिन्धी शिक्षकों को पदस्थापन्न करे। नई शिक्षा नीति के अनुसार, प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में अध्ययन से विद्यार्थियों को पढ़ना सरल हो जायेगा।
कार्यक्रम संयोजक घनश्याम ठारवाणी भगत ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता व सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। संगठन गीत मोहन कोटवाणी व सिन्धी भाषा का गीत लता ठारवाणी- मुहिंजो नातो सिन्धीअ सां, जहिंमें सुरहाण सिन्धियत सां…. प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण कमलेश शर्मा व आभार अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी ने प्रकट किया। मंच का संचालन रूकमणी वतवाणी ने किया।
इस अवसर पर भोजराज एन. खेमाणी द्वारा लिखित पुस्तक सिंधियत जिंदाबाद का विमोचन भी किया गया।
22 यूनिट रक्तदान हुआ
चेटीचण्ड के पावन पर्व पर पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति व सिन्धी युवा संगठन की ओर से रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। अध्यक्ष कुमार लालवाणी ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में रक्तदान शिविर में 22 यूनिट रक्तदान किया गया जो चिकित्सालय में उपयोग किया जायेगा।
प्रचार सचिव प्रकाश जेठरा ने बताया कि शिविर में पहला रक्तदान सोमनाथ महादेवधाम के महंत योगीराज गोवर्धननाथ व महिला सदस्य श्वेता शर्मा ने किया। शिविर में तुलसीदास सोनी, गौरव मीरवाणी, नवीन पारवाणी, सोनू खेमाणी, निखल फुलवाणी, मोहन, मनीष व राम ने सहयोग दिया।