स्वाधीनता का अमृत महोत्सव स्वराज-75 अनाम बलिदानियों के बलिदानों का सुफल -इंद्रेश कुमार
स्वाधीनता का अमृत महोत्सव स्वराज-75 अनाम बलिदानियों के बलिदानों का सुफल -इंद्रेश कुमार
- मानगढ़ धाम विशाल धर्म सभा एवं वाहन रैली संपन्न
मानगढ़, 3 जुलाई। मानगढ़ धाम संदेश यात्रा स्वराज 75 आयोजन समिति द्वारा आज मानगढ़ में एक विशाल वाहन रैली एवं धर्म सभा का आयोजन किया गया। धर्म सभा में बांसवाड़ा विभाग के बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं सागवाड़ा जिले तथा गुजरात के संतरामपुर, दाहोद, महिसागर, पंच महल व मध्य प्रदेश के निकटवर्ती जिलों से 10 हजार से अधिक दोपहिया वाहनों से 20 हजार से अधिक लोग पहुंचे। सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि हम सभी स्वाधीन भारत में सांस लेते हुए स्वाधीनता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह सौभाग्य हजारों बलिदानियों के बलिदान का सुफल है। इस स्वाधीनता संग्राम में वागड़ क्षेत्र के गोविंद गुरु का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे जनजाति समाज में संप सभा के द्वारा जनजाति बंधुओं को संगठित करते हुए, शिक्षा के प्रचार प्रसार के माध्यम से जन जागरण में लगे हुए थे। उनका यह कार्य अंग्रेजों को रास नहीं आया। इस आंदोलन को दबाने के लिए अंग्रेजों ने एक हजार पांच सौ से अधिक देशभक्तों का वीभत्स नरसंहार किया, जो जलियांवाला बाग से भी बहुत बड़ा नरसंहार था। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी प्रलोभन में आकर अपना धर्म नहीं छोड़ना चाहिए तथा क्षेत्र में हमारे जो लोग मतांतरित हुए हैं, उनकी घर वापसी करवाने के प्रयास करने चाहिए। गोविंद गुरु के बताए सिद्धांतों के अनुसार नशा मुक्ति अभियान द्वारा संपूर्ण समाज को नशा मुक्त करना हमारा परम कर्तव्य है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से प्रारंभ हुई धर्म सभा को संजेली धाम के महन्त दलसुख दास जी महाराज ने भी संबोधित किया। उपस्थित सभी संत महंतों ने राष्ट्रपति पद की भावी प्रत्याशी जनजाति समाज की बेटी द्रोपदी मुर्मू को निर्विरोध राष्ट्रपति चुने जाने की मांग की।
कार्यक्रम में पूज्य विक्रमदास जी महाराज (लसुडिया धाम), रतनगिरी जी महाराज (सुराता धाम), करण गिरि जी महाराज (बासियां धाम), अरविन्द गिरी जी (दे गामड़ा, महीसागर गुजरात), श्री राम प्रकाश जी महाराज (बड़ा रामद्वारा बांसवाड़ा), श्री रामचंद्र जी महाराज मानगढ़ धाम, श्री रामस्वरूप जी महाराज (भारत माता मंदिर) श्री मनफूल सिंह जी संरक्षक (सनातन धर्म संरक्षण) श्री रामजी भाई गरासिया (गायत्री शक्तिपीठ संतरामपुर) भी सम्मिलित हुए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह अशोक सुथार ने अतिथि परिचय करवाते हुए अतिथियों का अभिनंदन किया। मानगढ़ धाम संदेश यात्रा समिति के संयोजक नरेंद्र भगत ने कार्यक्रम की प्रस्तावना एवं भूमिका प्रस्तुत की। आभार अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष रामचंद्र खराडी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग बौद्धिक प्रमुख दिनेश व्यास ने किया।