56 परिवारों ने की घर वापसी, राम कथा बनी प्रेरणा
56 परिवारों ने की घर वापसी, राम कथा बनी प्रेरणा
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में शनिवार (18 मई, 2024) को बरघाट गांव के 56 परिवारों के 120 लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घर वापसी की। बलरामपुर जिले से 35 किलोमीटर की दूरी पर कंदरी स्थित प्राचीन श्री राम मंदिर समिति में आचार्य श्री सतानंद महाराज जी के सानिध्य में सम्पन्न हुई राम कथा के आयोजन में पांव पखार कर सभी की घर वापसी कराई गई। एक रिपोर्ट के अनुसार सनातन धर्म अपनाने वाले सभी लोग “कोरबा जनजातीय” समुदाय से आते हैं। इस समुदाय का समय समय पर ईसाई मिशनरियों ने जमकर कन्वर्जन कराया है।
राम कथा से प्रभावित हो अपनाया हिन्दू धर्म
ज्ञात हो कि 9 कुंडीय महायज्ञ एवं ‘श्री वनवासी राम कथा’ के आयोजन से प्रभावित होकर लोग सनातन धर्म में घर-वापसी कर रहे हैं। 10 मई को भव्य कलश यात्रा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जिसमें लगभग 5000 महिलाएँ कलश यात्रा में शामिल हुईं। लगभग 3 किलोमीटर यात्रा कर रिगड़ नदी जनकपुर से जल लेकर मंदिर प्रांगण पहुँचीं, जहाँ काशी एवं प्रयागराज से आए ब्राह्मणों और भक्तों ने मंदिर प्रांगण में लगभग डेढ़ लाख आहुति एवं 50 लाख राम नाम का जप किया।
प्रोफेसर ने अपनाया हिन्दू धर्म
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लोगों में सनातन धर्म के प्रति आस्था बढ़ी है और लोग तेजी से घर वापसी कर रहे हैं।
अभी दो दिन पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सीएमपी डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर अहसान अहमद ने भी सनातन धर्म अपना लिया।