सृजन में दिखी विविध कलात्मक शैलियों की झलक
सृजन में दिखी विविध कलात्मक शैलियों की झलक
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2024। नवरात्र के अवसर पर संस्कार भारती ‘कला संकुल’ में कल चित्रकला प्रदर्शनी सृजन का उद्धघाटन हुआ, जिसे संस्कार भारती, महाराष्ट्र प्रांत, पिंपरी चिंचवड समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस विशेष प्रदर्शनी में 4 कला साधक अपनी कलाकृतियों के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें विविध कलात्मक शैलियों और विषयों की झलक दिख रही है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि संजीव किशोर गौतम (डायरेक्टर जनरल, नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, भारत सरकार) सहित अभिजीत गोखले (अखिल भारतीय संगठन मंत्री, संस्कार भारती), एस.पी. सिन्हा (वी.एस.एम. रिटा., नई दिल्ली), एवं शैलेश श्रीवास्तव (संपादक एवं परामर्शदाता, ललित कला अकादमी) सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले ने कहा कि, “कला संकुल में यूं तो अनेक प्रकार की कला गतिविधियाँ नियमित रूप से चलती रहती हैं, लेकिन शक्ति आराधना के पर्व के दौरान इस आयोजन का अलग ही महत्व है। शक्ति को सृजन की देवी माना गया है, इस अर्थ से प्रदर्शनी का शीर्षक अत्यंत सार्थक है। तीन शैलियों- पहली, अजंता पेंटिंग, जो सदियों से चित्रकारों को प्रभावित करती आ रही है, दूसरी, नवरात्र पर महिला विषय और तीसरी, शिव-शक्ति की आराधना का चित्रण प्रदर्शनी के विषय को प्रासंगिकता से जोड़ रहा है।
मुख्य अतिथि संजीव किशोर गौतम ने चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए अपने संबोधन में कहा, भारतीय कला संस्कृति की परंपरा का अपनी कला के माध्यम से संयोजन और संवर्धन करने वाले हमारे सभी कला साधक आज भारतीय संस्कृति के पुनरुद्धार में एक महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। नवरात्र के अवसर पर चित्रकला विधा द्वारा वास्तव में यह देवी स्तुति तुल्य है। अतः शक्ति की आराधना के पर्व में प्रासंगिक प्रदर्शनी हेतु आयोजक बधाई के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है, सभी कलाकार क्रमशः राजश्री तावरे, सोपान तावरे, लिना आढाव, प्रफुल्ल भिष्णूरकर संस्कार भारती, पिंपरी चिंचवड के सदस्य हैं। पेंटिंग में ऐक्रलिक रंगों से स्त्री और मायबोली पर आधारित चित्रों का निर्माण, अजिंठा चित्र शैली और प्रतिबिंब पर कलाकृतियाँ, शिवशक्ति और स्लेट पर कार्विंग यहॉं आकर्षण का केंद्र बिन्दु बने हुए हैं। यह प्रदर्शनी 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2024 तक, सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक संस्कार भारती कला संकुल, 33, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, दिल्ली में सभी कलाप्रेमियों के लिए खुली है।