अजमेर में देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज लॉन्च, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

अजमेर में देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज लॉन्च, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

अजमेर में देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज लॉन्च, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावाअजमेर में देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज लॉन्च, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

अजमेर। अजमेर की प्रसिद्ध झील है आना सागर झील। इसे पृथ्वीराज चौहान के दादा राजा अर्णोराज चौहान ने 1135 -1150 ई. में बनवाया था। उन्हीं के नाम पर इसका नाम आनासागर पड़ा। यह झील 4.75 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है और राजा अर्णोराज के समय से ही अजमेरवासियों की प्यास बुझा रही है। आनासागर झील में बांडी नदी का बरसाती पानी आता है। इस झील में शुक्रवार, 4 अक्टूबर को देश का पहला इलेक्ट्रिक डबल डेकर ई-क्रूज शुरू किया गया। इस नई सुविधा से पर्यटक झील की सुंदरता का आनंद लेने के साथ-साथ 45 मिनट तक ई-क्रूज में सफर कर सकेंगे। इस डबल डेकर ई-क्रूज का किराया प्रति व्यक्ति 300 रुपये तय किया गया है।

क्रूज की बनावट

क्रूज में दो तल बनाए गए हैं। पहला तल एयर कंडीशंड है। इसमें एक रसोई और महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। इसी तल पर डांस फ्लोर भी तैयार किया गया है। डिस्को लाइट भी लगाई गई है। दूसरे तल पर रूफटॉप बनाया गया है। इस तल पर भी एक छोटा किचन  है। इस क्रूज के दोनों तलों पर 150 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यह क्रूज 22 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा है। यह क्रूज झील के सर्कल को 45 मिनट में पूरा करेगा।

क्रूज की विशेषताएं

क्रूज की ऊपरी मंजिल खुली है, जिससे पर्यटकों को आनासागर झील और उसके आसपास के दृश्य देखने का अद्भुत अनुभव मिलता है। क्रूज का डिज़ाइन अत्याधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया गया है। यह पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है, जिससे प्रदूषण नहीं होता और यह पर्यावरण को सुरक्षित रखता है। इसमें आरामदायक सीटें, जीवन रक्षक जैकेट और अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हैं।

झील की स्वच्छता बनाए रखने के लिए क्रूज के शौचालय के पानी को सीधे झील में न जाने देने की विशेष व्यवस्था की गई है। इसके लिए अलग से टैंक बनाए गए हैं, शौचालय का पानी इनमें एकत्रित किया जाता है। इन टैंकों को जेटी पर बने सेफ्टिक टैंक में खाली किया जाता है, जिसे एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) से जोड़ा गया है।

क्रूज संचालन का समय

क्रूज का संचालन सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक किया जाएगा। इसमें 150 यात्रियों के अलावा क्रू मेंबर, रसोइया, कप्तान और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहेंगे। सुरक्षा को देखते हुए क्रूज में 16 सीसीटीवी कैमरे और लगभग 200 लाइफ जैकेट रखे गए हैं। इसके अतिरिक्त, क्रूज के पीछे एक बचाव नाव भी चलेगी। क्रूज को चार्ज करने के लिए जेटी के पास ही चार्जिंग स्टेशन भी बनाया गया है।

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